बरेली तुम्हारी हर तक़लीफ़ का मैं मुकम्मल जबाब हूं, कभी वक़्त मिले तो पढ़ना मुझे, मैं भारत का संविधान हूं। 75 वें (यौम-ए-आईन) संविधान दिवस के मौक़े पर सारथी एजुकेशन वेलफ़ेयर सोसायटी की सरपरस्त /फ़ाउंडर मोहतरमा इमराना हुसैन साहिबा की जानिब से इन्काद हुए कार्यक्रम में शहर-ए-बरेली क़े तमाम मोअज़्ज़िज़ शख्सियात क़े साथ गर्मजोशी से शिरक़त कर यौम-ए-आईन का जश्न मनाया।
“ज़ैनब फ़ातिमा, शहर-ए-बरेली”