दूरदर्पण न्यूज़ से महावीर ब्यूरो चीफ की रिपोर्ट
पुरुष प्रसाधन अनकंप्लीट,महिला प्रशासन में लगा ताला, समर कनेक्शन का लटक रहा तार।।
कोथावां/हरदोई। शौच मुक्त भारत का सपना देखने वाली उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारी योगी सरकार के मनसुरन पर पानी फेर रहे हैं। जिसके चलते सामुदायिक शौचालय ग्राम पंचायत में होने के बावजूद ग्रामीण खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। जिला पंचायत राज अधिकारी से लेकर खंड विकास अधिकारी और ग्राम पंचायत सचिव सहित प्रधान भी जिम्मेदार हैं। सरकार द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर सामुदायिक शौचालय बनवाए गए हैं जहां सामुदायिक शौचालय में अपनी व्यवस्था के लिए समर भी लगवाए गए हैं।
लेकिन ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सचिव की अनदेखी के चलते यह सामुदायिक शौचालय ग्रामीणों के काम नहीं आ रहे हैं। बता दें विकासखंड कोथावां की ग्राम पंचायत मल्हपुर गांव में बना सामुदायिक शौचालय के आसपास का क्षेत्र भी साफ-सफाई के अभाव में कूड़े व गंदगी से घिरा हुआ है, जो और भी समस्याएं उत्पन्न कर रहा है। जिसका दंश भोले भाले ग्रामीण झेलने को मजबूर हैं। नाम न बताने की शर्त पर ग्रामवासियों ने बताया है पुरुष प्रसाधन शौच पूर्ण रूप से अभी कंप्लीट नहीं हुआ है जिसके अंदर गंदगी का जमावड़ा है। जबकि महिला प्रशासन शौचालय का ताला खुलता ही नहीं है तो साफ-सफाई की उम्मीद करना भी व्यर्थ है। सामुदायिक शौचालय छत पर पौधे खड़े हुए हैं। ऐसे में ग्रामीणों के पास खुले में शौच करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता है। उपरोक्त विषय पर प्रधान व ग्राम सचिव से संपर्क साधना चाहा तो संपर्क न हो सका।
(वर्जन खंड विकास अधिकारी)
मामले पर खंड विकास अधिकारी महेश चंद्र ने नाराजगी जताते हुए ग्राम सचिव को कड़ी फटकार लगाई। बताया जल्द समस्या का निस्तारण कराया जाए। सरकार की मंशा पर खरा उतरे।